Malhar Rao Holkar at Alampur in Bhind ,MADHYAPRADESH
मराठा सरदार मल्हार राव होल्कर की छत्री आलमपुर, भिण्ड, मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश राज्य के भिण्ड जिले के लहार तहसील में ग्राम आलमपुर में होल्कर सरदार मल्हारराव होल्कर की छत्री दबोह सड़क के मार्ग पर नदी के किनारे स्थित है। जोकि भिण्ड जिले मुख्यालय से 75 किमी और ग्वालियर से 150 किमी की दूरी पर है, जहंा सडक मार्ग से एन.एच. 92 से होकर पहुंचा जा सकता है।
पूर्वाभूमिमुखी इस छत्री का निर्माण देवी श्री अहिल्याबाई होल्कर द्वारा सूबेदार मल्हार राव होल्कर की मृत्यु के पश्चात् सन 1766 ई. में किया गया था। वर्गाकार गर्भगृह में स्तंभों पर आधारित इसके चारों प्रदक्षिणा पथ हैं। लाल बलुआ प्रस्तर में इस छत्री को मराठा कालीन शैली में तैयार किया गया हैं। छत्री के स्तंभों के मध्य स्थित मेंहरावे एवं लघु शिखरों में प्रस्तर की बेजोड़ बारीक-बारीक नक्काशियां शिल्पित हैं। छत्री के उत्तरी भाग में अंदर भित्तियों का अंकन के साथ छत्री के पीछे स्थित ईंटों से निर्मित दीवाल की सुन्दर आकृतियां लगी हुई हैं। छत्री के उपर शिखर वाले भाग में गुम्बद, आमलक, कलश आदि का अद्भुत उदाहरण है।
छत्री के छत्र पर ही पत्थर की बारीक नक्काशियां की गई हैं और छत्री के गर्भगृह में मल्हारराव होल्कर की प्रस्तर से निर्मित प्रतिमा रखी गई है। गर्भ गृह की छत पर कलरयुक्त चित्रकारी की गई है। छत्री तीन मंजिल है और क्षतिग्रस्त स्थिति में नहीं है इसलिए दर्शनीय है और मराठाकालीन शैली का अद्भुत नमूना है।
Maharani Ahilya Bai Holkar built the chhatri of Malhar Rao Holkar at Alampur in Bhind district in 1766 A.D. It is marked by beautiful carvings. Built on the pattern of the chhatris of Holkar rulers at Indore, the chhatri is famous for its outstanding carving of floral and leaf patterns. The Maratha style chhatri represents a beautiful blend of shikhar dome and arch, on which Kalash has been made in a very attractive manner. The first storey of the chhatri is a pillared hall decorated with fascinating paintings
Beautiful
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