मितावली, जिला-मुरैना, मध्यप्रदेश
मितावली, जिला-मुरैना, मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के मितावली ग्राम में स्थित है। जो कि ग्वालियर जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर स्थित है। ग्वालियर से मुरैना राजमार्ग से होकर सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है तथा मितावली जाने के लिए एन0एच0 92 से मालनपुर टोल नाके से लगा हुआ सड़क मार्ग स्थित है। निकटतम रेल्वे स्टेशन ग्वालियर से भिण्ड-इटावा की दूरी जाने वाली रेल्वे लाइन में शनिचरा रेल्वे स्टेशन स्थित है।
बटेसर मंदिर समूह एवं गढ़ी पड़ावली से मात्र एक किलोमीटर दूर स्थित मितावली एक उंची गोल पहाड़ी पर स्थित 64 योगिनी मंदिर परम्परा का मंदिर है। यह मंदिर स्थानीय लोगों के बीच इकोत्तरसा महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर की भू योजना विशिट है तथा भारत वर्ष में प्राप्त चैंसठ योगिनी मंदिरों की भू योजना के समान है जिसमें प्रायः मुख्य मंदिर के चारों ओर वृत्ताकार में देव प्रकोष्ठ होते हैं। मंदिर का प्रमुख प्रवेश द्वार पूर्व में है तथा इसके चारों ओर निर्मित प्रकोष्ठ जिनके सामने स्तम्भों पर आधारित बरामदा है, बहुत छोटे-छोटे हैं। इन प्रकोष्ठों में से कुछ में शिवलिंग विद्यमान है। मध्य में एक ऊँची गोल जगती पर मुख्य मंदिर है जिसके गर्भगृह में शिवलिंग स्थापित है।
वर्तमान में मंदिर में किसी प्रकार की देवी-देवताओं की मूर्ति स्थापित नहीं है। मंदिर उंचाई पर एक पहाड़ी पर स्थित है। पहाड़ी को काटकर ही मंदिर पर उपर जाने के लिए रास्ता बनाया गया है। मंदिर वर्तमान में मूलस्वरूप में नहीं है। मंदिर जाने वाले रास्ते पर निकट ही भारी भरकम आदमकद नंदी की प्रतिमा रखी हुई है
अभिलेखीय साक्ष्य के आधार पर इस मंदिर का निर्माण महाराजा देवपाल द्वारा 1323 ई.में कराया गया था। मंदिर की पहाड़ी की तलहटी में भारी भरकम आभूषणों युक्त आदमकद कुषाण कालीन पाषाण प्रतिमाएं प्राप्त हुई है, जो वर्तमान में भारत सरकार पुरातत्व संग्रहालय ग्वालियर किला, ग्वालियर में प्रदर्शित है।
यह कहा जाता है कि नई दिल्ली के निर्माण के समय प्रख्यात वास्तुकार सर लुटियन ने भारत के कई स्थानों का भ्रमण किया था। इस यात्रा में वे मितावली भी पहुंचे और इस स्थापत्य से प्रभावित हुये। दिल्ली स्थित संसद भवन का मूल डिजाइन मितावली मंदिर पर आधारित है। । वर्तमान में भारत सरकार के पुरातत्व विभाग के अधीन संरक्षित है। विभाग द्वारा मरम्मत एवं सुधार कार्य कराया गया है।
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