धामोनी का किला सागर







धामोनी का किला


धामोनी का किला सागर जिले से उत्तर की ओर लगभग 35 किमी दूर झांसी सड़क मार्ग पर स्थित है। इसके उल्लेख आईन-ए-एकबरी में अब्दुल फजल द्वारा किया गया है। यह किला विंध्य पर्वत श्रेणी के एक छोटे नुकीले भाग पर निर्मित है। जिसके दोनों ओर अत्याधिक गहरी खाईयां है जिसके बीच से धसान नदी की दो शाखायें उच्च समभूमि से निकलकर बुन्देलखंड के मैदानों में बहती है। किले का आधार उॅंची समतल भूमि पर स्थित है और दोनों किनारे खाईयों पर सीधे लकटते हुये प्रतीत होते है। इसका शीर्ष बिन्दु नदी की दोनों धाराओं जहां मिलती है की ओर है। यह पुरात्व दृष्टि से महत्वपूर्ण किला है जो कि 52 एकड़ भूमि में त्रिभुज आकार में निर्मित है जिसका परकोटा 50 फुट उॅचा और 15 फुट चैड़ा है। निर्माण में बहुत से गोल भुर्ज है। रानी महल और कचहरी भी निर्मित है। यह बुन्देलखंड क्षेत्र का महत्वपूर्ण किला रहा है। जिस पर राजपूत, छत्रसाल, मराठा तथा अंग्रेजो के आधिपत्य में रहा है। किला 10 मंजिल है जिसमें उपर से नीचे की ओर जाने का रास्ता है। सबसे निचले भाग पर फांसीघर निर्मित है।



टिप्पणियाँ

  1. Ye fort gond rajao ne banwaya tha jo mandla ke raja sangram shah ke bansaj the

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  2. जिन्होंने ये किला बनवाया था उनका नाम सूरत शाह था बो महाराजा संग्राम शाह के वंशज थे जो गोंडवाना सम्राज्य के सबसे प्रातापी राजा थे उस समय धामोनी के अंदर ५० मोजे (जगीरे) थी

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  3. Gond rajao ka Naam kyu chupaya jaraha hai,
    Maratha aur angrejo ka ullekh to fizul me Kiya hai

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  4. इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.

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  5. गोंड राजे सूरत शाह द्वारा निर्मित किया गया है।

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