बटेसर मंदिर समूह, मुरैना, मध्यप्रदेश
बटेसर मंदिर समूह, मुरैना, मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के पढावली ग्राम में स्थित बटेसर में मंदिरों के भग्नावशेष एक पहाड़ी के विस्तृत भू भाग पर फैले हुए हैं। मंदिर में ग्वालियर से मुरैना राष्टीय राजमार्ग से होकर सडक मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है और निकटतम रेल्वे स्टेशन ग्वालियर से भिण्ड-इटावा की दूरी जाने वाली रेल्वे लाइन में शनिचरा रेल्वे स्टेशन स्थित है।
पाषाण निर्मित इन मंदिरों के अवशेषों में मुख्य रूप से द्वार, सोपानयुक्त तालाब, मंदिर स्थापत्य के भाग, हिन्दू देवी-देवताओं की प्रतिमाएं एवं स्तम्भों के अवशेष हैं, जिनको स्थापत्य कला की दृष्टि से परवर्ती गुप्तकाल से प्रतिहारकाल के मध्य रखा जा सकता है।
बटेसर में स्थित मंदिरों के ये अवशेष मंदिर कला के क्रमिक विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। प्राचीन मंदिरों में केवल एक गर्भग्रह व छत सपाट है। जबकि कालान्तर में गर्भग्रह के उपर एक शिखर का भी निर्माण होने लगा था। यहां स्थित भूतेश्वर महादेव मंदिर प्रतिहार कालीन मंदिर कला के समस्त लक्षणें को प्रदर्शित करता है।
250 मंदिरों का निर्माण हुआ है। समूह से अलग निर्मित मंदिर की संख्या कम है। समूह से अलग निर्मित मंदिर का निर्माण 900 से 1000 ईस्वी में होने का प्रमाण मिलते हैं। पंचायत शैली के बने इन मंदिर में भारतीय कला के सभी अवयव मौजूद हैं, मुख्य मंदिर भूतेश्वर महादेव का है। संभावतः जिनके नाम का ही अपभं्रश बाद में चलकर ये स्थान बटेसर कहलाने लगा।
वर्तमान में भारत सरकार के पुरातत्व विभाग के अधीन मंदिर संरक्षण में है और भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा कुछ मंदिरों का पुर्ननिर्माण कर उन्हें वास्तविक स्वरूप प्रदाय किया गया है। पृथक मंदिरों में विष्णु मंदिर प्रमुख है। शिव पार्वती विवाह की प्रतिमा और हनुमानजी की प्रतिमा जिसमें पैर से राहू-केतु को दबाया गया है दर्शनीय है।
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