शिवमंदिर ककनमठ, सिहोनिया, मुरैना, मध्यप्रदेश ;ैभ्प्ट ज्म्डच्स्म् व्थ् ज्ञ।ज्ञ।छड।ज्भ्
















शिवमंदिर ककनमठ, सिहोनिया, मुरैना, मध्यप्रदेश ;ैभ्प्ट ज्म्डच्स्म् व्थ् ज्ञ।ज्ञ।छड।ज्भ्

मध्यप्रदेश के मुरैना जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर मुरैना अम्बाह रोड पर स्थित सिहोनियां ग्राम में शिवमंदिर ककनमठ स्थित हैं। ग्वालियर से मुरैना राष्टीय राजमार्ग से होकर सडक मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है और निकटतम रेल्वे स्टेशन ग्वालियर से भिण्ड-इटावा की दूरी जाने वाली रेल्वे लाइन में शनिचरा रेल्वे स्टेशन स्थित है। ग्वालियर से मंदिर की दूरी लगभग 40 किमी है।
ककनमठ मंदिर के नाम से विख्यात यह अद्भुत मंदिर भग्नावस्था में भी अपने मूर्तिशिल्प को संजोये हुये है, नागर शैली में निर्मित मन्दिर का अध्र्गामी शिखर, जंघाओं के अलंकरण, भद्रा में सज रथिकाओं जिसमें नायिका, शिव परिवार, विष्णु, ब्रह्मा, पौराणिक कथायें आदि बनी हैं एवं अलंकृत स्तम्भों से निर्मित मंडप स्थित है।
एक बड़े चबूतरे पर निर्मित इस मंदिर की वास्तु योजना में गर्भगृह, स्तंभयुक्त मण्डप एवं आकर्षक मुखमण्डप है जिसमें प्रवेश हेतु सामने की ओर सीढ़ियों का प्रावधान है। गर्भगृह में स्थापित शिवलिंग इस मंदिर का मुख्य देवता है। मंदिर के गर्भगृह के ऊपर विशाल शिखर (लगभग 100 फीट ऊँचा) है जो अब जीर्णशीर्ण अवस्था में है एवं इसके आंतरिक पाषाण ही अब दृष्टिगोचर है। वास्तविक स्वरूप में इस मंदिर के चारों ओर अन्य लघु मंदिरों का भी निर्माण किया गया था जिनके कुछ अवशेष देखे जा सकते हैं।
मंदिर का नाम रानी ककनवती के नाम पर जाना जाता है जो संभवतः कच्छपघात शासकी कीर्तिराज की रानी थी जिसके जिसके प्रेम में इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था। कव्छपात राजा कीर्तिराज के शासन काल में निर्मित सिहौंनिया का ककनमठ मन्दिर अपनी विशालता और उच्चकोटि की मूर्तिकला के कारण कच्छपात शैली के मन्दिरों में अपनी अलग पहचान रखता है, राजा कीर्तिराज का शासन काल 1015-1035 ई0 था। मंदिर का निर्माण काल 1015-1020ई. तक माना जाता है। इसप्रकार पुनः मंदिर निर्माण को एक हजार वर्ष मुस्लिम शासन मेहमूद गजनवी एवं सिकंदर लोधी हमले के समय मंदिर को क्षतिग्रस्त किया गया।
स्थानीय जनश्रुति के अनुसार मंदिर का निर्माण कार्य एक रात में भूतों द्वारा कराया गया है और एक रात में जितना निर्माण हुआ वह अधूरा था इसके आगे निर्माण कार्य नहीं हुआ।







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