मंदसौर में द्विमुखी गणेश मंदिर







मंदसौर में द्विमुखी गणेश मंदिर

            मंदसौर भारत के मध्यप्रदेश राज्य में उत्तर-पश्चिम स्थित एक प्रमुख शहर है। मंदसौर का प्राचीन नाम दशपुर था, यह क्षेत्र दशपुर जनपद के रूप में जाना जाता था।

             मंदसौर स्थित जनकुपुरा के गणपति चैक में पाषाण युग की लगभग 8 फीट उंची द्विमुखी गणेश स्थानक (खड़ी अवस्था में)े गणेश प्रतिमा, मंदिर श्री द्विमुखी चिंताहरण गणपति के नाम से स्थित है। प्रतिमा का आगे का रूप पंचसुंडी तो पीछे की तरफ सेठ की मुद्रा में हैं।

       एक ही पाषाण पर निर्मित विशाल आकार की द्विमुखी बड़ी प्रतिमा संभवतः पूरे विश्व में कहीं नहीं है।  दिशा में स्थित नाहर सैय्यद तालाब से मिली थी। जब इसे प्रतिष्ठा के लिए बेैलगाड़ी से नरसिंहपुरा की तरफ ले जाया जा रहा था, तो वर्तमान मंदिर वाले स्थान पर बैलगाड़ी रूक गई। यहां से यह आगे ही नहीं बढ़ी। इस जगह श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित कर मंदिर बना दिया गया। करीब सौ सालों से यह मंदिर विद्यमान हैं

      पीछे के मुख में एक सूंड व सिर पर पगड़ी धारण है। जो गणेश जी को श्रेष्ठीधर सेठ के रूप में अभिव्यक्त करता है। वर्तमान में यह मंदिर समूचे अंचल में आस्था का केंद्र हैं यहां प्रति बुधवार सायंकाल महाआरती होती हैं आगे के मुख जिस पर पांच सूंड है, विघ्नर्हता गणेशजी कहलाते हैं। पांच सूंड की दिश बाई ओर हैं वहीं पीछे के मुख की सूंड दाहिनी दिशा में है।


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