सिद्धपीठ बैलौन मां उत्तरप्रदेश
सिद्धपीठ बैलौन मां उत्तरप्रदेश
उत्तरप्रदेश राज्य के बुलंद शहर की तहसील अनूप शहर में थाना नारौला परिक्षेत्र जो कि अणु शक्ति केन्द्र स्थित होने के कारण प्रसिद्ध है, के बैलौन गांव में स्थित है।
आगरा अलीगढ़ सड़क मार्ग से नारौरा, रामपुर, मुरदाबाद रोडवेज व प्राईवेट बस से सड़क मार्ग पर और अतरौली होकर नारौरा रामपुर मुरादाबाद, चंदौसी, बिजनौर मार्ग पर जाने वाली बसें जो कि नारौरा में रूकती हैं से बैलौन गांव सड़क मार्ग से पहुॅचा जा सकता है प्रसिद्ध अणु शक्ति केन्द्र नारौरा से लगभग 4 किलो मीटर दूरी पर बैलौन गांव स्थित है। रेलवे स्टेशन बैलौन से मात्र 5 किलो मीटर दूर स्थित है। अलीगढ़ और आगरा से सीधे बैलौन पहुॅचने के लिए रेल सुविधा उपलब्ध है हवाई मार्ग के लिए निकट का हवाई अड्डा आगरा में स्थित है।
बैलौन माॅ आदि शक्ति दुर्गा के रूप में हैं। देवी शेर पर सवार हैं जिनका एक पैर नीचे लटका हुआ है दूसरा पैर शेर की पीठ पर मुड़ा हुआ है मूर्ति लगभग पाॅच हजार वर्ष पुरानी है बैलौन माॅ की मूर्ति जमीन में दबी हुई अवस्था में प्राप्त हुई है देवी मंदिर का निर्माण लगभग पाॅंच सौ वर्ष महाराजा ग्वालियर द्वारा उनकी मनोकामना पूर्ण होने पर करवाया गया था महाराजा ग्वालियर द्वारा इस आशय का दान पत्र लिखाया गया है कि मंदिर से कोई भी कर नहीं लिया जायेगा। मंदिर की ब्यवस्था खेवट प्रणाली से स्थानीय पण्डाओं द्वारा की जाती है पण्डे अपने बही खातों में यजमानो की वंशावली सुरक्षित रखते हैं और पूर्वजों द्वारा नियुक्त पण्डा परिवार द्वारा ही पूजा कराये जाने की पृथा प्रचलित है।
बैलौन गांव से लगभग 7 किलो मीटर दूर गंगा नदी के तट पर रामघाट प्राचीन स्थान है और कर्णवास का देवी मंदिर स्थित है। क्वांर तथा चैत्र के नवदुर्गाओं में मेला लगता है
माथुर वैश्य समाज जो कि आगरा तथा मथुरा के मूल निवासी हैं की कुल देवी बैलौन माॅं हैं
उत्तरप्रदेश राज्य के बुलंद शहर की तहसील अनूप शहर में थाना नारौला परिक्षेत्र जो कि अणु शक्ति केन्द्र स्थित होने के कारण प्रसिद्ध है, के बैलौन गांव में स्थित है।
आगरा अलीगढ़ सड़क मार्ग से नारौरा, रामपुर, मुरदाबाद रोडवेज व प्राईवेट बस से सड़क मार्ग पर और अतरौली होकर नारौरा रामपुर मुरादाबाद, चंदौसी, बिजनौर मार्ग पर जाने वाली बसें जो कि नारौरा में रूकती हैं से बैलौन गांव सड़क मार्ग से पहुॅचा जा सकता है प्रसिद्ध अणु शक्ति केन्द्र नारौरा से लगभग 4 किलो मीटर दूरी पर बैलौन गांव स्थित है। रेलवे स्टेशन बैलौन से मात्र 5 किलो मीटर दूर स्थित है। अलीगढ़ और आगरा से सीधे बैलौन पहुॅचने के लिए रेल सुविधा उपलब्ध है हवाई मार्ग के लिए निकट का हवाई अड्डा आगरा में स्थित है।
बैलौन माॅ आदि शक्ति दुर्गा के रूप में हैं। देवी शेर पर सवार हैं जिनका एक पैर नीचे लटका हुआ है दूसरा पैर शेर की पीठ पर मुड़ा हुआ है मूर्ति लगभग पाॅच हजार वर्ष पुरानी है बैलौन माॅ की मूर्ति जमीन में दबी हुई अवस्था में प्राप्त हुई है देवी मंदिर का निर्माण लगभग पाॅंच सौ वर्ष महाराजा ग्वालियर द्वारा उनकी मनोकामना पूर्ण होने पर करवाया गया था महाराजा ग्वालियर द्वारा इस आशय का दान पत्र लिखाया गया है कि मंदिर से कोई भी कर नहीं लिया जायेगा। मंदिर की ब्यवस्था खेवट प्रणाली से स्थानीय पण्डाओं द्वारा की जाती है पण्डे अपने बही खातों में यजमानो की वंशावली सुरक्षित रखते हैं और पूर्वजों द्वारा नियुक्त पण्डा परिवार द्वारा ही पूजा कराये जाने की पृथा प्रचलित है।
बैलौन गांव से लगभग 7 किलो मीटर दूर गंगा नदी के तट पर रामघाट प्राचीन स्थान है और कर्णवास का देवी मंदिर स्थित है। क्वांर तथा चैत्र के नवदुर्गाओं में मेला लगता है
माथुर वैश्य समाज जो कि आगरा तथा मथुरा के मूल निवासी हैं की कुल देवी बैलौन माॅं हैं
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें